मेष लग्न में गुरु जन्म कुण्डली में नवम और द्वादश भाव का स्वामी होता है। यदि बृहस्पति दूसरे भाव में है तो यह वृष राशि में होगा I गुरु की पूर्ण दृष्टि कुंडली के छठे, आठवें और दसवें भाव पर रहेगी।
Jupiter in First House in Horoscope in Hindi I Birth Chart me pehle ghar me guru ka fal I
मेष लग्न में यदि गुरु जन्म कुण्डली में प्रथम भाव में हो तो नवम और द्वादश भाव का स्वामी होता है। बृहस्पति पहले भाव में होने से जातक के पहले भाव के साथ-साथ पांचवें और नौवें भाव को भी बल देता है।