बारह राशियों में मेष ( Aries )पहली राशि है। मेष राशि का स्वामी मंगल है और मेष (Mesh ) राशि के जातकों के लिए मंगल का गोचर महत्वपूर्ण होता है। इसके अलावा मेष राशि के जातकों के लिए गुरु, शनि और राहु-केतु का गोचर भी महत्वपूर्ण होता है। मंगल और अन्य ग्रहों के गोचर के आधार पर 2023 के लिए मेष राशिफल (Rashifal) इस प्रकार होगा:-
मंगल 2023 की शुरुआत में वृष राशि में होगा। यह अपनी वक्री स्थिति में होगा। मंगल 30 अक्टूबर 2022 से वक्री स्थिति में आ गया था I यह समय आपके लिए कुछ मुश्किलें पैदा कर रहा है। अप्रत्याशित स्थितियाँ आपके रास्ते में आ सकती हैं I
लेकिन 13 जनवरी 2023 को मंगल मार्गी होगा I यह वह समय है जब आपके रास्ते में आ रही बाधाएं दूर होने लगेंगी और पहले से किए गए प्रयास कुछ परिणाम लेकर आएंगे। मंगल आपको कुछ सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करेगा।
शनि 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। यह आपको आपकी नौकरी या पेशे में सर्वोत्तम परिणाम प्रदान करेगा। आपके रास्ते में रुकावटें दूर होंगी। करीब दो साल तक शनि का यह गोचर आपके लिए बहुत अच्छा फल देगा।
इस समयावधि में मंगल वृष राशि में रहेगा। यह अवधि आपके लिए शुभ साबित होगी बशर्ते आप अपने लक्ष्यों पर केंद्रित हों और इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हों। राहु वर्ष की शुरुआत से आपकी राशि में है और साल भर वहीं रहेगा। केतु हमेशा राहु से सप्तम होता है इसलिए यह सप्तम भाव में स्थित है।
राहु और केतु अन्य ग्रहों के साथ युति के आधार पर वर्ष के दौरान परिणाम देंगे। गुरु को छोड़कर अन्य ग्रह माह के दौरान बेहतर परिणाम प्रदान करेंगे।
मंगल 13 मार्च 2023 को मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। मंगल की जन्म राशि से तीसरे भाव में अधिक बेहतर परिणाम देने की संभावना है। शनि आपकी जन्म राशि के एकादश भाव में गोचर में है। तीस साल में एक बार शनि आपकी जन्म राशि से एकादश भाव में गोचर में होता है। आपकी नौकरी या व्यवसाय या पेशे से सकारात्मक समाचार मिलने की संभावना है।
वर्ष की शुरुआत में गुरु मीन राशि में गोचर कर रहे हैं जो आपकी राशि से बारहवें घर में है। 22 अप्रैल 2023 को गुरु मेष राशि में अपना गोचर शुरू करेंगे जो कि आपकी राशि है। इससे आपके खर्चों में कमी आएगी और यह गोचर आपके लिए फायदेमंद रहेगा। इस दौरान मिथुन राशि में मंगल का गोचर जारी रहेगा। कुल मिलाकर यह महीना आपके लिए अच्छा रहने की संभावना है।
10 मई 2023 को मिथुन राशि से मंगल कर्क राशि में प्रवेश करेगा I यह वह समय है जब आपको इच्छा शक्ति की कमी महसूस होगी। कर्क राशि मंगल की नीच राशि भी है I इसलिए आपको कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय जल्दबाजी में नहीं लेना चाहिए और सही समय का इंतजार करना चाहिए।
जून माह में भी मंगल कर्क राशि में रहेगा जो इसकी नीच राशि है। राहु अभी भी आपकी राशि में है। अपने बॉस के साथ मतभेद पैदा न करने की कोशिश करें। अपने कार्यस्थल पर अपने काम के प्रति एकाग्र रहें।
पहली जुलाई को मंगल सिंह राशि में प्रवेश करेगा इसलिए यह अपनी नीच राशि से बाहर निकल जाएगा। सिंह मंगल की मित्र राशि है फिर भी मंगल अपनी राशि से पंचम भाव में है। तो यह कभी-कभी मानसिक दबाव पैदा करेगा।
18 अगस्त 2023 को मंगल कन्या राशि में प्रवेश करेगा। मंगल भले ही शत्रु राशि में हों लेकिन जन्म राशि से छठे भाव में मंगल की उपस्थिति आपके लिए शुभ फल लेकर आएगी।
3 अक्टूबर को मंगल तुला राशि में प्रवेश करेगा। यह केतु के साथ युति में होगा और राहु तथा आपकी राशि पर पूर्ण दृष्टि होगी। कोई भी वाहन चलाते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें। किसी से बेवजह वाद-विवाद न करें। लेकिन कुल मिलाकर आपकी राशि में गुरु की उपस्थिति चीजों को तटस्थ बना देगी।
वर्ष की शुरुआत से राहु और केतु का गोचर आपके पक्ष में नहीं है। 30 अक्टूबर 2023 को राहु मीन राशि में प्रवेश करेगा और केतु कन्या राशि में प्रवेश करेगा I यदि आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो रही थी तो आप बेहतर महसूस करने लगेंगे। यदि कोई मामला न्यायालय में विचाराधीन था तो संभव है कि फैसला आपके पक्ष में जाएगा।
राहु और केतु का राशि परिवर्तन आपके लिए अनुकूल रहेगा। लंबे समय से लंबित कोई समस्या आपके पक्ष में हल हो सकती है। लेकिन ऐसा 30 अक्टूबर 2023 के बाद ही होने की संभावना है।
16 नवंबर 2023 को मंगल वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा जो कि इसकी अपनी राशि है लेकिन यह आपकी जन्म राशि से भी आठवां होगा। इस स्थिति में मंगल तटस्थ रहेगा लेकिन पारिवारिक मामलों में शांत रहने की कोशिश करें।
उसके बाद मंगल 28 दिसंबर 2023 को धनु राशि में प्रवेश करेगा जो कि बेहतरी के लिए होगा। धनु राशि में मंगल पर गुरु की पूर्ण दृष्टि होगी जो शुभ सिद्ध होगी।
गुरु, शनि और राहु केतु धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं। औसतन गुरु एक राशि में एक वर्ष तक रहता है, शनि एक राशि में ढाई वर्ष और राहु और केतु एक राशि में डेढ़ वर्ष तक रहते हैं। इसलिए सभी राशियों के लिए गुरु, शनि और राहु केतु का गोचर महत्वपूर्ण है।
मेष राशि के लोग जिद्दी स्वभाव के होते हैं और आसानी से हार नहीं मानते। वे महत्वाकांक्षी और मेहनती भी होते हैं। ये लोग इंजीनियरिंग, सेना, पुलिस आदि के क्षेत्र में सफल हो सकते हैं। वे बोलने से पहले ज्यादा नहीं सोचते। लेकिन ये साफ दिल के भी होते हैं।
यदि जन्म कुंडली में चंद्रमा छठे या आठवें भाव में हो और लग्नेश भी कमजोर हो तो जातक मानसिक रूप से इतना मजबूत नहीं होता है। वहीं यदि चंद्र और लग्नेश बलवान हों तो जातक निश्चित रूप से मानसिक रूप से मजबूत होता है और प्रबंधकीय पदों को संभालने में भी सक्षम होता है।
Mesh Rashi and Business and Profession 2023
जहां तक व्यापार, पेशे या नौकरी की बात है तो मेष राशि वालों के लिए 2023 सकारात्मक माना जा सकता है। आपके व्यवसाय, पेशे या नौकरी के लिए आपका शुभ समय 17 जनवरी के बाद शुरू होगा जब शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। यदि आप व्यवसाय या पेशे के विस्तार की योजना बना रहे हैं तो 17 जनवरी के बाद की अवधि इसके लिए अनुकूल रहेगी।
यदि आप किसी निजी या सरकारी सेवा में हैं तो आपको वांछित स्थानान्तरण या पदोन्नति मिल सकती है I 22 अप्रैल 2023 के बाद बृहस्पति आपकी राशि में गोचर करेगा और इसके परिणामस्वरूप आपके अवांछित खर्च सीमित होंगे। कार्यस्थल पर आपको अपने वरिष्ठों से आपके काम की सराहना मिलेगी।
Mesh Rashi and Student Life 2023
जहां तक छात्र जीवन की बात है तो मेष राशि के छात्रों को उनकी मेहनत का फल 17 जनवरी 2023 से मिलना शुरू हो जाएगा। यदि वे किसी परीक्षा में सम्मिलित होते हैं तो उन्हें वांछित परिणाम प्राप्त होंगे। 22 अप्रैल 2023 के बाद की अवधि सोने पर सुहागा साबित होगी।
22 अप्रैल 2023 से गुरु का मेष राशि में गोचर शुभ रहेगा। पंचम भाव में गुरु की पूर्ण दृष्टि होगी जो विद्यार्थियों के लिए शुभ रहेगी। 30 अक्टूबर के बाद राहु आपकी राशि में गोचर में नहीं रहेगा जो छात्रों के लिए अनुकूल साबित होगा।
Mesh Rashi and Health 2023
वर्ष की शुरुआत से 30 अक्टूबर 2023 तक राहु आपकी राशि में गोचर में रहेगा। 17 जनवरी 2023 से शनि ग्यारहवें भाव में होंगे और आपकी राशि पर पूर्ण दृष्टि होगी। इसलिए इस अवधि में आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहना चाहिए।
खासकर यदि आपका जन्म लग्न कर्क, सिंह या धनु है तो आपको अतिरिक्त सावधानी के साथ वाहन चलाना चाहिए।
कुल मिलाकर वर्ष 2023 धन, वित्त, व्यवसाय और पेशे के दृष्टिकोण से बहुत अच्छा रहेगा लेकिन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से आपको थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता है।
यह याद रखना चाहिए कि केवल गोचर गृहों के आधार पर ही फलादेश नहीं बनाना चाहिए। जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति और ग्रहों की वर्तमान दशा का अत्यधिक महत्व है। यदि फलादेश को जन्म समय ग्रहों की स्थिति और ग्रहों की वर्तमान स्थिति दोनों को ध्यान में रखकर किया जाता है तो यह अधिक सटीक होने की संभावना है।