ज्योतिष में, किसी व्यक्ति की कुंडली के तीसरे भाव में बृहस्पति की स्थिति उनके व्यक्तित्व और जीवन के अनुभवों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है।
Jupiter in Second House in Horoscope in Hindi I Birth Chart me dusre ghar me guru ka fal I
मेष लग्न में गुरु जन्म कुण्डली में नवम और द्वादश भाव का स्वामी होता है। यदि बृहस्पति दूसरे भाव में है तो यह वृष राशि में होगा I गुरु की पूर्ण दृष्टि कुंडली के छठे, आठवें और दसवें भाव पर रहेगी।
Jupiter in First House in Horoscope in Hindi I Birth Chart me pehle ghar me guru ka fal I
मेष लग्न में यदि गुरु जन्म कुण्डली में प्रथम भाव में हो तो नवम और द्वादश भाव का स्वामी होता है। बृहस्पति पहले भाव में होने से जातक के पहले भाव के साथ-साथ पांचवें और नौवें भाव को भी बल देता है।
Shani Gochar in Kumbh Rashi I Saturn Transit in Aquarius I
कुंभ राशि में शनि का गोचर मेष राशि वालों के लिए शुभ रहने वाला है। शनि आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में गोचर में रहेगा। यह आपके व्यवसाय, पेशे या नौकरी के लिए बहुत ही सकारात्मक साबित होगा।